राहों पे नज़र रखना, होटो पे दुआ रखना,
आ जाए कोई शायद,दरवाज़ा खुला रखना,
एहसास की शमा को, इस तरह जला रखना,
अपनी भी खबर रखना,उस का भी पता रखना,
रातों को भटकने की,देता है सज़ा मुझ को,
दुश्वार हे पहलू मे, दिल तेरे बिना रखना,
लोगों की निगाहों को,परख लेने की आदत है,
हालात की तहरीरे, चेहरे से बचा रखना,
गम उस की अमानत है,पलकों पे सज़ा रखना,
आ जाए कोई शायद,दरवाज़ा खुला रखना
तन्हाई के मौसम मैं, सायो की हुक़ूमत है,
यादो के उजालो को सीने से लगा रखना,
इस तरह खुशी अब से दिल की सदा रखना
वो भी ना बुरा माने, दिल का भी कहा रखना!!!
आ जाए कोई शायद,दरवाज़ा खुला रखना!!!
Ghazal by Bhupender & Mittali!!!!
आ जाए कोई शायद,दरवाज़ा खुला रखना,
एहसास की शमा को, इस तरह जला रखना,
अपनी भी खबर रखना,उस का भी पता रखना,
रातों को भटकने की,देता है सज़ा मुझ को,
दुश्वार हे पहलू मे, दिल तेरे बिना रखना,
लोगों की निगाहों को,परख लेने की आदत है,
हालात की तहरीरे, चेहरे से बचा रखना,
गम उस की अमानत है,पलकों पे सज़ा रखना,
आ जाए कोई शायद,दरवाज़ा खुला रखना
तन्हाई के मौसम मैं, सायो की हुक़ूमत है,
यादो के उजालो को सीने से लगा रखना,
इस तरह खुशी अब से दिल की सदा रखना
वो भी ना बुरा माने, दिल का भी कहा रखना!!!
आ जाए कोई शायद,दरवाज़ा खुला रखना!!!
Ghazal by Bhupender & Mittali!!!!
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